वधु चुनने का रिवाज़ शायद यह कहते हुए मैं गलते नहीं हूं कि शादी के समय लड़कियों को चुनने का जो तरीका बरसों पहले हुआ करता था, वह आज नहीं है। आज के आधुनिक दौर में लोगों की सोच बदल गई है, चीजों को सोचने और समझने का तरीका बदल गया है, या फिर यूं कहें कि महिला-पुरुष को समानता दिलाने वाली इस दौड़ में अपने आप ही बदलाव आ गए हैं। हिन्दू पुराण हिन्दू पुराणों में होने वाली वधु की चाल देखने का महत्व है। इसके पीछे गहरे रहस्य छिपे हैं, प्रमाणित तथ्य हैं जो कहते हैं कि वर पक्ष के द्वारा ऐसा किया जाना बेहद जरूरी है। भविष्य पुराण सनातन धर्म के प्रसिद्ध धार्मिक ग्रंथ भविष्य पुराण के अनुसार लड़की की चाल बहुत महत्व रखती है। वह किस प्रकार से चलती है इससे उसके गुण-अवगुणों का पता लगाया जाता है। शायद इसीलिए प्राचीन काल से ही कन्या को चुनने के लिए उसकी चाल को परख लिया जाता था। धीमी चाल जो कन्या धीमा चलती है, गाय की तरह उधर-उधर ना देखकर बल्कि सीधा और आराम से चलती है, ऐसी कन्या को विवाह के योग्य माना जाता है। भविष्य पुराण के अनुसार यह कन्या सर्वश्रेष्ठ है, जिस भी वर को ऐसी वधु मिलेगी वह भाग्यशाली होगा। मस्त चाल जो कन्या हंस और मस्त हाथी के समान चलती है, वह उत्तम होती है। ऐसी कन्या सबको खुशी बांटने वाली होती है। इस कन्या के चरण जिस भी घर में पड़ते हैं, वहां देवी लक्ष्मी वास करती हैं। तेज गति जमीन पर पांव पटक कर, लापरवाही से एवं तेज गति से चलने वाली महिलाएं मायके और ससुराल दोनों के लिए दुखदाई होती हैं। यह जीवन में बेहद लापरवाह होती हैं, किसी के सुख एवं दुख से इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। विवाह के लिए उत्तम कन्या विवाह के लिए वह कन्या उत्तम है जो अपने से पहले दूसरों के बारे में सोचे। जिसमें ममता हो, सेवा भावना हो और प्रेम का दरिया हो। लेकिन जो किसी का ख्याल ना रखे, दूसरों को कष्ट दे और खुद भी अपने व्यवहार की वजह से कष्ट भोगे, ऐसी कन्या ठीक नहीं। भविष्य पुराण के अनुसार कुछ ऐसी ही होती हैं तेज़ गति से चलने वाली महिलाएं। कुछ रुक-रुक कर तेज गति से चलने वाली महिलाओं को यदि बुरा माना गया है तो सोच-समझकर चलने वाली महिलाएं भी श्रेष्ठ नहीं हैं। भविष्य पुराण के अनुसार चलते समय चलना कम और सोचना अधिक, यह आदत दर्शाती है कि वह महिला जीवन भर फैसले लेने में देरी करती रहेगी। क्या है अर्थ वक्त बीत जाएगा, लेकिन वह फैसला नहीं ले सकेगी। एक महिला में जल्द से जल्द एवं सही फैसला लेने की क्षमता होना बेहद जरूरी है। गृहस्थी चलाने के लिए एक महिला को दिमागी रूप से तेज़ होना चाहिए, अन्यथा उसके गलत एवं देरी से लिए गए फैसले सभी पर प्रभावी हो सकते हैं। कुछ महिलाएं ऐसी भी जो महिलाएं चलते समय एड़ियों को उठा कर चलती हैं, उन्हें आसपास की परवाह नहीं होती बल्कि अपने पांव की चिंता ज्यादा होती है, ऐसी महिलाएं अहंकारी होती हैं। इनके जीवन में सुख कम होता है और इनका भविष्य भी अंधकारमय होता है। हिरण जैसी चाल यह बात तय है कि लोगों को लगता होगा कि हिरण जैसी सुंदर आंखें, हिरण जैसी आकर्षक चाल वाली महिलाएं जरूर ही गुणी होंगी। इनमें किसी प्रकार का कोई खोट नहीं होता, लेकिन भविष्य पुराण में ऐसा नहीं लिखा है। हिरण जैसी चाल वाली महिलाएं जितनी स्वतंत्र दिखती हैं उतनी असल में होती नहीं हैं, वे आजाद नहीं रह सकती। कौए जैसी चाल कुछ उछाल के साथ चलना, टेढ़ा-मेड़ा चलना, कुछ ऐसी ही चाल होती है कौए की। भविष्य पुराण का कहना है कि यह चाल सही नहीं होती, जिस भी स्त्री की चाल कौए के समान होती है वह निन्दनीय होती है। धन भविष्य पुराण में केवल चाल ही नहीं, स्त्री के पांव के रंग को देखते हुए भी कुछ ऐसे तथ्य शामिल किए गए हैं जो हैरान कर देने वाले हैं। इन तथ्यों के मुताबिक स्त्री के पांव को देखकर बताया जा सकता है कि वह शादी के बाद कितनी धनी होगी। रानी के समान भविष्य पुराण के जिन तथ्यों की चर्चा हम कर रहे हैं उसके अनुसार जिस स्त्री के पांव कोमल और रंग लाल के होते हैं वह महारानियों के समान जीवन जीती हैं। ना केवल अपने मायके के लिए, बल्कि वर पक्ष के लिए भी यह स्त्रियां धन एवं सौभाग्य लाती हैं। आर्थिक तंगी का कारण किन्तु जिन महिलाओं के पैरों की अंगुलियां छोटी और एक-दूसरे से हट कर हों, ऐसी महिलाएं जीवन भर आर्थिक परेशानी से गुजरती हैं। इनका यह दुर्भाग्य शादी के बाद भी इनके साथ ही रहता है और वर पक्ष पर भी भारी पड़ता है। BBE THIINKOON
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