loading...

Top post view

रविवार, 16 अक्तूबर 2016

7:50:00 pm

Scientists have found an Alien code in our DNA: Ancient Engineers

Scientists have found an Alien code in our DNA: Ancient Engineers

Go to more " www.ekkkahanisviivvekshharmaavasshishthha.blogspot.com "

By - VIIVVEK SHHARMAA VASSHISHTHHA

According to mainstream scientists: Alien code found in our DNA. Extraterrestrial beings created our species.

Researchers who worked for 13 years in the Human Genome Project indicate that they came across an amazing scientific discovery: They believe that the so-called 97% of non-coding sequences in the human DNA is nothing less than the genetic code of extraterrestrial life forms. Originally referred to as “Junk DNA” its functioned remained a mystery for researchers. Now researchers believe that our DNA is extraterrestrial in origin.

After extensive analysis with the help of other researchers in diverse fields such as mathematics, chemistry and programming, Maxim A. Makukov of the Fesenkov Astrophysical Institute have ventured out and asked if there is a possibility that, what we call “junk DNA” is actually some sort of extraterrestrial code, created by an “Alien” programmer.

According to researchers from Kazakhstan, “Our hypothesis is that a more advanced extraterrestrial civilization was engaged in creating new life and planting it on various planets. Earth is just one of them.”
The researchers indicate that “What we see in our DNA is a program consisting of two versions, a giant structured code and a simple or basic code.”

The team of researchers believe for a fact that the first part of our DNA code was not written on Earth and according to them it is verifiable. Secondly and most importantly, genes alone are not enough to explain the evolution/abrupt evolution process and there must be something more in ‘the game’.

According to Makukov “Sooner or later,” “we have to accept the fact that all life on Earth carries the genetic code of our extraterrestrial cousins and that evolution is not what we think it is.”

The implications of these scientific findings reinforce claims by other individuals and observers that claim to have had contact with aliens that look like humans. Human-like aliens could have provided some of the genetic material necessary for human evolution.

Quote from News.Discovery: This interpretation leads them to a farfetched conclusion: that the genetic code, “appears that it was invented outside the solar system already several billions years ago.” This statement endorses the idea of panspermia, the hypothesis that Earth was seeded with interstellar life. It’s certainly a novel and bold approach to galaxy conquest if we imagine this was a deliberate Johnny Appleseed endeavor by super-beings


Researchers in Kazakhstan believe that the human DNA was encoded with an alien signal for an ancient extraterrestrial civilization, and they refer to it as “Biological SETI”. The mathematical code in the human DNA can not be explained by evolution. Basically, we are living and breathing holders of some sort of alien message that can be used,in a much more efficient way then using Radio-signals, to search for Extraterrestrial life.

Once the code had been set, it would remain unchanged in cosmological time-scales, in fact, researchers believe that our DNA is the most durable “construction” known, and that is why it represents an exceptionally reliable and intelligent storage for an alien signature, according to an article in the journal Icaurs.

Writing in the journal Icarus, they assert: “Once fixed, the code might stay unchanged over cosmological timescales; in fact, it is the most durable construct known. Therefore it represents an exceptionally reliable storage for an intelligent signature. Once the genome is appropriately rewritten the new code with a signature will stay frozen in the cell and its progeny, which might then be delivered through space and time.”

Scientists believe that the human DNA is arranged in such a precise way that it reveals a “set of arithmetic patterns and ideographic symbolic language”. These studies have led scientists to believe that we were literally invented “outside of Earth” several billions of years ago.

These ideas or beliefs are anything but accepted in the scientific community. Yet these studies have proven what some researchers have talked about for decades, that evolution could not have happened on its own, and that there is something extraterrestrial to our entire species. Is our entire history wrong?

One mystery that would remain as THE GREAT QUESTION is, if extraterrestrial beings did in fact create the human race and life on planet Earth, then “who” or “what” created these extraterrestrial beings?

4:54:00 pm

फ्लोरिडा के करोड़पति ने की अपनी पोती से शादी, पता चला तो...

फ्लोरिडा के करोड़पति ने की अपनी पोती से शादी, पता चला तो...

Go to more " www.ekkkahanisviivvekshharmaavasshishthha.blogspot.com "


By - VIIVVEK SHHARMAA VASSHISHTHHA

फ्लोरिडा। फ्लोरिडा के एक 68 वर्षीय करोड़पति को उस वक्त सदमा लगा, जब उसे पता चला कि उसने अपनी ही पोती से शादी कर ली है। वह करोड़पति व्यक्ति ने 24 वर्षीय दुल्हन के साथ तीन महीने पहले शादी की थी और अब वे मियामी में एक साथ रह रहै हैं।

इस दुर्भाग्यपूर्ण संयोग का पता उस वक्त चला, जब वे पुराने फोटो एलबम को देख रहे थे। एल्बम में उस व्यक्ति की पहली शादी जन्मे बच्चों की तस्वीरें भी थीं, जिनसे वह काफी समय पहले बिछड़ गया था। उनकी नई पत्नी ने उस एल्बम में करोड़पति के बड़े बेटे को अपने पिता होने के रूप में पहचाना।
नई दुल्हन ने बताया कि जब मैंने फोटो एलबम में अपने पिता की तस्वीर देखी, तो मैं काफी निराश हो गई। उस व्यक्ति की दूसरी शादी साल 2009 में आर्थिक तंगी के कारण टूट गई थी। इसके दो साल बाद एक बड़ी लॉटरी लगने के बाद वह करोड़पति बन गया।

उसकी नई दुल्हन किशोरावस्था में गर्भवती होने के बाद अपने माता-पिता से अलग हो गई थी। इसके बाद में वह जैक्सनविले में एक डांसर का काम करने लगी थी। हालांकि, इस जोडे़ ने अपना नाम नहीं जाहिर किया, लेकिन बताया कि उनकी मुलाकात डेटिंग वेबसाइट के जरिये हुई थी।

इस बात का खुलासा होने के बाद भी दंपति ने जोर देकर कहा कि वे तलाक के लिए कोई योजना नहीं बना रहे हैं। उनका कहना है कि अगर हमें यह बात कभी नहीं पता चलती, तो हम खुशी से साथ अपनी जिंदगी बिता रहे होते।

4:48:00 pm

Fact of Gandhi family hide love story : क्या है आशिकी में माहिर नेहरू गांधी परिवार के रहस्यमयी रिश्तों की अनकही दास्तान ?

क्या है आशिकी में माहिर नेहरू गांधी परिवार के रहस्यमयी रिश्तों की अनकही दास्तान ?

Go to more " www.ekkkahanisviivvekshharmaavasshishthha.blogspot.com "

By - VIIVVEK SHHARMAA VASSHISHTHHA


जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ये उन लोगों के नाम हैं जिनको परिचय की जरूरत नहीं हैं, और होगी भी कैसे ये लोग ‘राजसी’ परिवार से जो हैं | खैर अगर ये लोग राजसी परिवार से हैं तो बहुत सारी वेश्याएँ राजसी या उससे भी ऊपर कही जा सकती हैं | उनमें कम से कम थोड़ी तो नैतिकता है लेकिन नेहरु परिवार नैतिकता के अस्तित्व को ही भूल चुका है|

आइये आज हम अवगत कराते हैं आपको कई ऐसे तथ्यों से जिनको जानकर आपको न सिर्फ आश्चर्य होगा बल्कि इन सभी गांधी परिवार से घिन्न भी होगी | नेहरू परिवार के उपनाम बदलने और गांधी का नाम अपनाने के ढोंग से तो आप परिचित ही होंगे, लेकिन क्या आपको उनके असली नाम और धर्म पता हैं? नेहरू परिवार की शुरुवात होती है गयासुद्दीन गाज़ी अथवा गंगाधर गाजी से जो की एक मुस्लिम था बाद में लाल किले के पास नहर के किनारे रहने के कारण अपना उपनाम नेहरू कर लिया, ये सख्स और कोई नहीं बल्कि जवाहरलाल नेहरू के दादाजी थे | इस बात का जिक्र एम के सिंह ने अपनी किताब “इनसाइक्लोपीडिया ऑफ इंडियन वॉर ऑफ़ इंडिपेंडेंस” के 13वे चरण में किया है|

नेहरू जन्म से ही एक मुसलमान थे और यही नहीं उनका जन्म इलाहाबाद के मीरगंज नामक वैश्यालय में हुआ था | जिसे बाद में लाली जान नाम के एक वैश्या को बेच दिया गया और वो बाद में ‘इमामबाड़ा’ कहलाया | बाद में उनके पिता मोतीलाल नेहरू आनंद भवन में अपने परिवार के साथ आ गए|

नेहरू के अवैध संबंधों की गाथा


इनके प्रेम प्रंसंगो की संख्या उँगलियों पर नहीं गिनी जा सकती, और इसके बाद भी हम उनको चाचा नेहरू कहते हैं और उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाते हैं| विश्वास कीजिये ऐसा केवल भारत में ही हो सकता है|

नेहरू और एडविना माउंटबैटन का प्रेम प्रसंग

जवाहर लाल नेहरू के ख़ुफ़िया सलाहकार रह चुके एम ओ मथाई ने अपनी किताब रेमिनिसेंसेज़ ऑफ़ नेहरू ऐज में उनके कई राज खोले हैं| मथाई ने अपनी किताब में लिखा है कि नेहरू और एडविना माउंटबैटन (जो की भारत के वायसराय लार्ड माउंटबेटन की पत्नी थी) के बीच में तीव्र प्रेम प्रसंग था | ये प्रेम प्रसंग उनकी पुत्री इंदिरा गांधी के लिए बेहद शर्मनाक था वो मौलाना अबुल कलाम आजाद से अपने पिता के नीच हरकतों को रोकने के लिए सहायता मांगती थीं |

नेहरू और पद्मजा नायडू का प्रेम प्रसंग

पद्मजा नायडू, सरोजिनी नायडू की पुत्री थी, नेहरु के साथ अवैध संबंध होने के कारन उन्होंने उसको बंगाल का गवर्नर नियुक्त किया था | इस बात का खुलासा हुआ है कि नेहरू अपने बैडरूम में पद्मजा नायडू की तस्वीर लगा के रखते थे और इंदिरा गांधी उसको हमेशा हटाती रहती थी, इसी कारण पिता पुत्री में हमेशा टकराव रहता था |

नेहरू का एक संन्यासिन के साथ प्रेम सम्बन्ध – श्रद्धा माँ

कई औरतो के अलावा नेहरू का बनारस के एक संन्यासिन श्रद्धा माँ के साथ भी अवैध सम्बन्ध था | श्रद्धा माँ संस्कृत और आध्यात्म की ज्ञाता थी | 1949 में श्रद्धा माँ ने अपने और नेहरू के प्रेम संबंधों का खुलासा किया और नेहरू पर उनसे विवाह करने का दबाव बनाया | नेहरू ने प्रस्ताव इस लिए ठुकरा दिया क्योंकि ये उनकी राजनीतिक जीवन को खतरे में डाल सकता था | 30 मई 1949 को उनका पुत्र पैदा हुआ जिसे ईसाई मिशनरी स्कूल में डाला गया, उसको ये जाने बिना बड़ा किया गया कि उसका पिता कौन है| मथाई के अपने किताब में बच्चे का उल्लेख करने के बाद भी किसी ने उसको खोजने की कोशिश नहीं की | वो बच्चा अब शायद अपने जीवन के 60 साल काट चुका होगा|

नेहरू और सन्यासिन श्रद्धा माँ की प्रेम गाथा हमेशा से ही छुपा के रखी गई किसी को इसके बारे में भनक भी नहीं थी|

नेहरू की बहन विजया और सैयद हुसैन का प्रेम प्रसंग


एस सी भट्ट के किताब द ग्रेट डिवाइड के अनुसार नेहरू की बहन अपने पिता के कर्मचारी सईद हुसैन के साथ अवैध संबंधों में संलिप्त पायी गयी थी | इससे नाराज नेहरू ने उनकी शादी जबरदस्ती रणजीत पंडित नमक किसी दूसरे आदमी से करा दी| हालाँकि विजय लक्ष्मी का सएद हुसैन के साथै एक बच्ची भी थी जिसका नाम चंद्रलेखा था |और रणजीत पंडित के साथ इनकी दो और बेटियां थी जिनके नाम रीता और नयनतारा था |

इंदिरा गाँधी और उनके अवैध प्रेम प्रसंग


शांतिनिकेतन से निकाले जाने के बाद से इंदिरा गाँधी काफी अकेली हो गयी थीं, क्योंकि इनकी माँ बीमार थी और पिता राजनीती में व्यस्त थे, ऐसे में नवाब खान (जो की आनंद भवन में शराब भेजता था) का बेटा फिरोज खान की नजदीकियां इंदिरा से बढ़ने लगी| तत्कालीन महाराष्ट्र के गवर्नर ने नेहरू को इंदिरा और फिरोज के अवैध संबंधों के बारे में चेतावनी भी दी | बाद में इंदिरा गांधी ने मुस्लिम धर्म अपना कर लंदन के मस्जिद में शादी कर ली, इस प्रकार वो इंदिरा गांधी से मैमुना बेगम बन गई| लेकिन नेहरु को ये बात रास नहीं आई ये उनकी राजनीती के मार्ग में रोड़ा था इसलिए उन्होंने फ़िरोज़ को बुला कर गांधी उपनाम दिलवाया जिसका मकसद उनका धर्म बदलना नहीं था बल्कि लोगो को बेवकूफ बनाना था|

ये तो सबको पता है कि राजीव के जन्म के बाद से इंदिरा और फिरोज एक दूसरे से दूर रहने लगे थे के इन राव ने अपनी किताब “नेहरू डायनेस्टी” में लिखा है की इंदिरा का दूसरा बच्चा फिरोज गांधी का नहीं था बल्कि एक मुस्लिम मोहम्मद यूनुस का था | इंदिरा और मोहम्मद यूनुस में गैर क़ानूनी सम्बन्ध थे| इंदिरा और मोहम्मद यूनुस में गैर क़ानूनी सम्बन्ध संजय को बड़े होने पर जब ये पता चला तो उसने इसका फायदा उठाते हुए अपनी माँ को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया उसका अपनी माँ पर काफी प्रभाव था | और संजय गांधी की मौत का जिम्मेदार इसीलिए इंदिरा को माना जाता रहा है|

इसके अलावा भी इंदिरा गांधी के कई लोगो से अवैध संबंध थे | कैथरीन फ्रैंक ने अपने किताब ‘दी लाइफ ऑफ इंदिरा नेहरू गांधी’ में लिखा है कि इंदिरा गांधी का पहला प्यार शांति निकेतन में उनका जर्मन शिक्षक था | बाद में उनका अवैध सम्बन्ध उनके पिता के सेक्रेटरी ‘मथाई’ से हुआ, इसके बाद उनके योग गुरु धीरेंद्र ब्रह्मचारी से और अंत में विदेश मंत्री दिनेश सिंह के साथ हुआ |

अगर इंदिरा के इतने चक्कर थे तो फ़िरोज़ भी कहाँ पीछे रहने वाले थे | फ़िरोज़ का तारकेश्वरी सिह के साथ, महमून सुल्ताना के साथ, सुभद्रा जोशी, और भी बहुत से महिलाओं के साथ अनैतिक संबंध रहे थे

राजीव गांधी का प्रेम प्रसंग


के येन राव ने अपने उपरोक्त किताब में लिखा है की राजीव ने सानिया मैनो से विवाह करने के लिए कैथोलिक धर्म अपना लिया और इस प्रकार वो राजीव से रोबेर्टो बन गए | सोनिया ग्गन्धि का असली नाम अंतोनिया मैनो था डॉ सुब्रह्मण्यन स्वामी ने अपनी किताब में लिखा है की वो हाई स्कूल से ज्यादा नहीं पढ़ी हैं|

सोनिया गांधी के अवैध प्रेम प्रसंग


ब्रिटेन में सोनिया और माधव राव सिंधिया के बीच तीव्र दोस्ती थी और ये दोस्ती शादी के बाद भी कायम रही | 1982 की एक रात 2 बजे सोनिया और माधव राव को अकेले पकड़ा गया जब उनकी कार का आई आई टी के मेन गेट के सामने दुर्घटना हो गई थी |

राहुल गांधी के अवैध प्रेम प्रसंग


केरल के अलप्पुजहा जिले में राहुल गांधी और उनकी प्रेमिका जुवेनित्ता अथवा वेरोनिका एक रिसोर्ट में ३ दिन तक रुके रहे, ये एक नैतिकता हरण का केस है क्योंकि दोनों शादीशुदा नहीं थे | हालाँकि राहुल गांधी ने ये मानने से इंकार कर दिया कि उनकी कोई प्रेमिका भी है | वैसे ये भारतीयों के लिए पहली बार नहीं होगा जब एक और विदेशी बहु हमारे देश पर राज करे |

अवैध सम्बन्ध गांधी परिवार के लिए काफी नहीं थे इसलिए राहुल गांधी ने कुछ नया करने का प्रयास किया – बलात्कार

राहुल गांधी पर ये आरोप है कि 3 दिसंबर 2006 को अमेठी में अपने वी आई पी अतिथि गृह में अपने विदेशी मित्रों के साथ मिल कर इन्होने 24 वर्षीया सुकन्या देवी का बलात्कार किया | पुलिस ने भी बलात्कार का रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया| पीड़िता तभी से गायब बताई जा रही है|

मानना पड़ेगा कि क्या परिवार है ! पूरा अवैध संबधो और गैरकानूनी बच्चो से भरा हुआ | अगर इनके परिवार पर कोइ बॉलीवुड की पिक्चर बनाई जाये तो विश्वास करते वो बॉक्स ओफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी | इससे ज्यादा इज़्ज़त तो एक वैश्या की करनी चाहिए जितनी नेहरू और गांधी परिवार की होती रही है|

ये उन सभी कारणों में से मुख्य कारण है की हम सब क्यों कांग्रेस मुक्त भारत चाहते हैं | मै ये शर्त लगाने को तैयार हु की ये कहानी पढ़ने के बाद आप सब ये भी नहीं बता पाएंगे की आखिर कौन किसका बाप है|

पाठकों से अनुरोध है की लेख पढ़ने के बाद गांधी परिवार पर अपने विचार जरूर लिखें

4:41:00 pm

Ancient Egyptian Astronomers discovered an eclipsing binary Star 3000 years before modern Astronomers

Ancient Egyptian Astronomers discovered an eclipsing binary Star 3000 years before modern Astronomers

Go to more " www.ekkkahanisviivvekshharmaavasshishthha.blogspot.com "

By - VIIVVEK SHHARMAA VASSHISHTHHA

It turns out that Ancient Egyptian Astronomers discovered an eclipsing Binary Star 3000 years before modern Astronomers did.

While many people believe that Italian Astronomer Geminiano Montanari discovered Algol in the 1660’s, it turns out that the star was discovered much earlier by the Ancient Egyptians. This discovery is proof that thousands of years ago, civilizations like the ancient Egyptians had the skill, knowledge and means to observe the cosmos with extreme precision.

Algol is actually a three-star system (Beta Persei Aa1, Aa2, and Ab) in which the large and bright primary β Persei Aa1 is regularly eclipsed by the dimmer β Persei Aa2. (Source)

Another discovery that proves the incredible capabilities of Ancient Egyptian Astronomers

According to a very badly damaged ancient Egyptian Papyrus, ancient astronomers from the land of the Pharaohs discovered the binary star Algol and knew the period of the eclipsing patterns of the Star, meaning that they were among the first astronomers on the planet to discover such a phenomenon and all of that thanks to naked-eye observations.

Researchers have come to the conclusion that the ancient Egyptian papyrus ‘Cairo 86637’ is the oldest preserved historical document of naked-eye observations of the variability of Algol or beta (β) Persei.

Research made by scientists from the Department of Physics and the Department of World Cultures of the University of Helsinki shows that the 2.85-day period seen in the Cairo Calendar is, in fact, equal to that of the eclipsing binary Algol, demonstrating that in ancient times, Algol was represented as Horus in ancient Egypt and was considered both divinity and kingship.

Scientists have concluded that the ancient text describing the actions of Horus are in fact identical with the course of events witness thousands of years ago by a naked-eye observer of Algol, which proves that this ancient Egyptian document is, in fact, the oldest preserved historical record of the discovery of a variable star.

According to researchers, each day of one Egyptian year was divided into three equal parts in the calendar. A good or bad prognosis was then specifically assigned for each part of the day, meaning that the calendar aimed to predict which days of the year would be lucky and which were not.

“The texts regarding the prognoses are connected to mythological and astronomical events,” says Master of Science Sebastian Porceddu.

“First of all, they discovered Algol 3,000 years before modern astronomers,” Dr. Lauri Jetsu, a researcher at the University of Helsinki in Finland and lead author of the study, told The Huffington Post. “Secondly, they used this information in constructing the prognoses of CC. The moon and Algol had religious meanings to them. Of these, the role of Algol is something completely new.”

Their naked-eye observations performed by ancient Egyptians allowed them not only to observe the star but to identify its regular dimming pattern.

The papyrus Cairo 86637

“They probably noticed that their constellation containing Algol changed,” Jetsu said. “It is the star where it is easiest to discover periodic variability with naked eyes.”

“This variability was considered strange and threatening behavior from a star they considered a divine being,” Porceddu said. “We were rather surprised to find the period of Algol in the Cairo Calendar because it wasn’t known beforehand that this star would have had mythological properties to the ancient Egyptians.”

4:24:00 pm

Top 10 Richest king in the world : ये हैं वर्ल्ड के 10 सबसे अमीर राजघराने, जानिए अब कैसे करते हैं कमाई

ये हैं वर्ल्ड के 10 सबसे अमीर राजघराने, जानिए अब कैसे करते हैं कमाई


Go to more " www.ekkkahanisviivvekshharmaavasshishthha.blogspot.com "

By - VIIVVEK SHHARMAA VASSHISHTHHA

    

नई दिल्ली। वर्ल्ड में सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाले थाइलैंड के राजा भूमिबोल अदुलयादेज का गुरुवार को निधन हो गया। । भूमिबोल अदुलयादेज पिछले कई साल से बीमार थे और कुछ दिन पहले उनकी हालत और ज्यादा खराब हो गई थी। उनका ब्लड प्रेशर लगातार कम हो रहा था। वह वायरस से संक्रमित थे और उनका लीवर भी ठीक से काम नहीं कर रहा था। पर क्या आप जानते है अब भी कई ऐसे देश हैं, जहां राजशाही लागू है। ऐसे देशों में आज भी राजा और रानी के नाम पर शासन चलता है। इन रॉयल फैमली ने अपनी इनकम बढ़ाने के लिए कई कारोबारों में हाथ भी आजमाया है। इसमें उन्‍हें सफलता भी हासिल हुई है। paisa.khabarindiatv.com आपको ऐसी ही टॉप 10 रॉयल फैमिली के बारे में बता रहा है।

(1) भूमिबोल अदुलयादेज,  थाईलैंड

नेटवर्थ: 2.01 लाख करोड़ रुपए

थाईलैंड के 88 साल के राजा का गुरुवार (13 अक्टूबर 2016) को निधन हो गया।उनके लिए वो देश में दशकों तक चले राजनीतिक उठापटक के बीच स्थायित्व का प्रतीक हैं।थाईलैंड के इतिहास में वह सबसे लंबे समय तक राजा बनने वाले व्यक्ति हैं।

टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भूमिबेल का प्रमुख कारोबार रियल्टी और डायमंड बिजनेस है। इसके अलावा उनका बड़ा एक्सपोजर सीमेंट और थाईलैंड के बड़े कॉमर्शियल बैंक सियाम कॉमर्शियल बैंक में हिस्‍सेदारी भी है।

(2) हसनल बोलकेस, (सुल्तान) ब्रुनोई

नेटवर्थ: करीब 1.34 लाख करोड़ रुपए

ब्रुनोई के सुल्तान का नाम अक्सर सुर्खियों में रहता है।कभी उनके लग्जरी बंगले और कभी उनकी महंगी कारों के क्लेक्शन की तस्‍वीरें अखबारों में छपती है।इनके पास 24 कैरेट सोने से बनी रॉल्य रॉयस भी है।

 हाल में हसनल बोलकेस ब्रुनोई के पहले प्रधानमंत्री बनने के बाद सुर्खियों में आए थे। इनकी आय का बड़ा हिस्सा ऑयल एंड गैस कारोबार से आता है। इसके अलावा यह दुनिया के बड़े फंड्स में इन्वेस्ट करते हैं।

(3) अब्दुला बिन अब्दुल अजीज अलसौद (किंग) सऊदी अरब

नेटवर्थ: करीब 1.24 लाख करोड़ रुपए

 शाह अब्दुल्लाह को सऊदी अरब में कुछ राजनीतिक सुधारों के लिए जाना जाता है।उन्होंने देश में स्थानीय निकाय चुनावों में महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिया था।उन्होंने सऊदी अरब में कुछ पुलिस सुधार भी लागू किए थे।

इसके अलावा इनकी बड़ी हिस्सेदारी देश के कुल ऑयल एक्सपोर्ट में 18 फीसदी है।वहीं, हाल में नए किंग सलमान ने दुनिया का सबसे बड़ा फंड बनाया है। इसके जरिए दुनियाभर के फाइनेंशियल मार्केट में इन्वेस्ट कर बड़े रिटर्न हासिल किए जाएंगे।

(4) खलीफा बिन जायद अल नाहम (सुल्‍तान) अबु धाबी

नेटवर्थ: 1.05 लाख करोड़ रुपए

शेख खलीफा यूएई (युनाइटेड अरब अमीरात) के प्रेसीडेंट हैं।वह 2004 से यूएई के शासक हैं।

फोर्ब्स के मुताबिक, इनकी आय का बड़ा हिस्सा क्रूड ऑयल से आता है। इसके अलावा यह 62,700 करोड़ डॉलर का सबसे बड़ा फंड भी चलाते हैं।

(5) मोहम्मद बिन राशिद अल मक्तूम (दुबई)

नेटवर्थ: 27 हजार करोड़ रुपए

दुबई के ये अमीर शेख और रॉयल फैमली के मेंबर है। यह सन 2006 से यूएई के वाइस प्रेसीडेंट और प्रधानमंत्री भी है।

इसका कारोबार के प्रमुख हिस्सा दुबई से चलने वाली लग्जरी यॉट और क्रूड ऑयल से आता है।

(6) हैंस एदम सेकेंड (प्रिंस) लिचटेंस्टेन (यूरोप)

नेटवर्थ: 23 हजार करोड़ रुपए

स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया के बीच स्थित इस छोटे से देश के प्रिंस की कुल नेटवर्थ 23 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा है।इनकी आय का बड़ा हिस्सा ग्लोबल ट्रस्ट में हुए इन्वेस्टमेंट से आता है।

प्रिंस हैंस एडम को उनकी लग्जरी लाइफ जीन के लिए यूरोप में जाना जाता है।

(7) अहमद बिन खलीफा अल थानी (पूर्व शेख)  कतर

नेटवर्थ:  16 हजार करोड़ रुपए

कतर की रॉयल फैमली के शेख हमद बिन खलीफा की आय का मुख्य स्रोत्र ऑयल एंड गैस सेक्टर, मीडिया और इन्वेस्टमेंट है।

फोर्ब्स के मुताबिक उनकी कुल नेट वर्थ 16 हजार करोड़ रुपए है।इसके अलावा यह बड़ा कर्ज देने का कारोबार भी करते है।

(8) अल्बर्ट द्वीतीय (प्रिंस) मोनाको

नेटवर्थ:  6700 हजार करोड़ रुपए

फ्रांस के स्वत्रंत माइक्रोस्टेट देश मोनेको के प्रिंस, अल्बर्ट की कुल नेटवर्थ 6700 करोड़ रुपए है।फोर्ब्स के मुताबिक उनकी देश की कई बड़ी कंपनियों में हिस्सा है।

जिससे उनको रॉयल्टी मिलती है। इसके अलावा उनका हिस्सा दुनिया के बड़े फंड हाउस में भी है।

(9) कबास बिन सईद अल सईद (सुल्तान) ओमान

कुल नेटवर्थ: 70 करोड़ डॉलर (करीब 5000 हजार करोड़ रुपए)

ओमान के सुल्तान कबूस बिन सईद की कुल नेटवर्थ 70 करोड़ डॉलर यानी 5 हजार करोड़ रुपए है।उनकी आय का बड़ा हिस्सा ऑयल एंड गैस से आता है।

इसके अलावा उनकी आय का बड़ा हिस्सा फाइनेंशियल एसेट में भी लगा है।

(10) जुआन कार्लोस आई, किंग, स्पेन

कुल नेटवर्थ: 50 लाख डॉलर ( करीब 335 करोड़ रुपए)

स्पेन के यह किंग दुनिया में काफी फेमस है।

इनकी आय का बड़ा हिस्सा फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट के जरिए आता है।इसके अलावा इन्होने कई बड़ी फॉरेस्ट सेंचुरी में भी पैसा लगाया हुआ है।


4:16:00 pm

5 of the MOST advanced ancient civilizations on Earth you should know about

5 of the MOST advanced ancient civilizations on Earth you should know about


Go to more " www.ekkkahanisviivvekshharmaavasshishthha.blogspot.com "

By - VIIVVEK SHHARMAA VASSHISHTHHA

Millions of people around the globe are as passionate about ancient civilizations as we are. The truth is that in the distant past, a number of ancient civilizations existed on Earth with incredible technologies that are still misunderstood today.

Ranging from Astronomy, Biology, Chemistry, and Engineering, numerous ancient cultures had amazing knowledge thousands of years ago.

In this article, we take a look at five of the MOST ADVANCED Ancient Civilizations on the planet.

Ancient Egyptian Civilization

The ancient Egyptians were renowned for being super advanced not only in Mathematics and Architecture but in Medicine and Astronomy like only a few other civilizations on Earth.

Thousands of years ago, the ancient Egyptians developed medicine that allowed them to treat parasitic disease and malaria while flourishing on the River Nile.

Their knowledge of anatomy enabled them to treat a number of diseases using unconventional methods.

In other words, the Ancient Egyptian Civilization Helped shape the world we live in today.

Interestingly, Ancient Egyptian is considered as one of the oldest languages on planet Earth; it has survived for five thousand years, having a lifespan longer than nearly all other languages on Earth.

According to researchers, their language can be divided into five phases: Old Egyptian, Middle Egyptian, Late Egyptian, Demotic, and Coptic. Interestingly, their ancient writing system –which was made up of a complex system of hieroglyphics—can be traced back to around 2690 BC.

Scientifically speaking, the ancient Egyptians were way ahead of their time and by 1650 BC, they had a grasp of multiplication, division, fractions, prime numbers, linear equations, and geometry.

Oh and, not to mention that SOMEHOW, they erected some of the greatest ancient monuments on the surface of the planet: The Pyramids.

However, personally, one of the most interesting things about the ancient Egyptians is the fact that they were the first ancient civilization that invented a way to measure time. The ancient Egyptians did not only invent the calendar; they created the machine that kept track of time and had two types: Water Clocks and Sun Clocks.

Ancient Maya Civilization

Just as the Ancient Egyptians, the Ancient Maya were brilliant astronomers and even better mathematicians. They are credited –although it is still disuputed— for the invention of the ZERO and measuring the length of a solar year with fascinating accuracy.

The ancient Maya developed and flourished in the southernmost parts of modern-day Mexico, Guatemala, and Belize.

The Ancient Maya were one of the most important and developed ancient civilizations ever to exist on Earth. They are especially noted for the Maya script, the only known developed writing system of the Pre-Columbian Americas. The earliest inscriptions of a Maya script and identifiable Maya writing go back as far as the 3rd century BCE and were discovered in San Bartolo, Guatemala.

Interestingly, this ancient Mesoamerican civilization is known to have PERFECTED the use of RUBBER creation diverse products from it 3,000 years before people in the old World even knew what rubber was.

The truth is that when Spanish conquistadores set foot on the American Continent and met the Ancient Maya civilization, they encountered not a primitive culture, but one that was extremely developed leaving many Spaniards astonished.

Indus Valley Civilization

The Ancient Indus Valley Civilization is considered –based on a new study— as one of the oldest civilization on the planet (8,000 years old) and even predates the Ancient Egyptian and Mesopotamian civilization by thousands of years.

The ancient Indus Valley Civilization is known for some things, but most importantly for their extremely well-planned cities. Before cities such as Harappa and Mohenjo-Daro were built, its constructors planned every single detail about the cities with extreme detail.

According to researchers during its peak, the Indus Valley Civilization may have had a population of over FIVE MILLION inhabitants.

They were among the first ancient cultures to create houses from backed bricks and incorporated extremely elaborate drainage systems and water supply systems.

It is noteworthy to mention that the Indus Valley Civilization achieved fascinating accuracy in measuring mass, time and length. In fact, the Indus Valley Civilization was among the first to develop a system of uniform weights and measures.

The Ancient Civilization of Caral

One of the most mysterious and advanced ancient civilization to ever exist in South America is a civilization called Caral, which lived in the coastal region of modern-day Peru.

According to historians, one of the earliest forms of communication –equivalent in age to the Cuneiform Script developed by ancient Mesopotamian civbiliztations—on Earth was developed by the ancient civilization of Caral.

In fact, archaeologists believe that Caral is one of the most sophisticated ancient civilizations ever to develop on Earth.

This ancient civilization created pyramids, circular plazas, and intricate staircases thousands of years ago.

Their pyramidal complex covers a staggering 165 acres and is one of the largest on Earth.

The Pyramids built by the ancient civilization of Caral is contemporary with the ancient Egyptian Pyramids.

The main pyramid found at Caral covers a staggering area nearly the size of four football fields and is eighteen meters high.

One of the most important things we have to mention about Caral is that no weapons, no mutilated bodies or any signs of warfare are present on the site, which points to the fact that Caral was a diplomatic and highly developed culture and the oldest city in the western hemisphere.

It turns out that the not-so-famous ancient Peruvian civilization developed advanced methods in agronomy, medicine, engineering and architecture over 5000 years ago. Their knowledge in several science ahs left today’s researchers perplexed and unable to answer the many mysteries behind the greatest South American civilization to develop independently.

As for energy exploitation and fluid mechanics, Caral took advantage of the wind, now known as the Venturi Effect, by channeling it through underground ducts in order to achieve high temperatures through bonfires.

Interestingly, researchers have found that the ancient inhabitants of Caral used willow —containing the *active chemical ingredient of aspirin*— to relieve pain such as headaches.

The ancient engineers of Caral were splendid engineers mastering civil engineering and applied seismic resistance technology to the over-5000-year-old constructions.

The Ancient Civilization of Tiahuanaco

Thousands of ears ago an advanced civilization rose near the shores of Lake Titicaca in the Andean mountains quickly becoming one fo the most advanced civilization on Earth. Strangely, like many other advanced civilizations, this too disappeared some 500 years after its rise.

The sophisticated people of Tiahuanaco created fabulous cities like Tiahuanaco and Puma Punku and were the FOREFATHERS of another great civilization: The Ancient Inca.

According to scholars, Tiahuanaco emerged ‘suddenly’ sometime around 300 AD, reaching its peak between 500 and 900 AD.

The ancient inhabitants of Tiahuanaco created sophisticated farming techniques and water channels that still function today. This way they provided much-needed water for their crops through advanced irrigation channels.

Researchers estimate date during 700 AD, the ancient civilization of Tiahuanaco was a central power dominating across a vast area that stretches from Peru, Bolivia, Argentina and Chile.

Researchers estimate that the population of the ancient Tiahauncos reached numbers between 300,000 and 1.5 million.

The ancient builders of Tiahuanaco also created some of the most impressive ancient monuments on the planet, erecting gigantic structures comprised of megalithic stones.

Some of the most noteworthy structures erected by this ancient civilization include Akapana, Puma Punku and Akapana East, Putuni, Kheri Kala and Kalasasaya. The Gateway of the Sun is on of the most well-known structures. According to archaeologist Arthur Posnanky, the temples the ancient Tiahuanaco civilization made was designed with polished stone blocks that have several rows of small round holes, according to Posnanky, they could have been used to hold something in the distant past. These round holes are so precise that it is hard to believe that ancient civilizations made them without some sort of advanced technology.

12:42:00 pm

'Virgin' होता क्या है, कहां से हुई शुरूआत और इसका असली मतलब क्या है?, यहां मिलेगा जवाब

'Virgin' होता क्या है, कहां से हुई शुरूआत और इसका असली मतलब क्या है?, यहां मिलेगा जवाब

Go to more " www.ekkkahanisviivvekshharmaavasshishthha.blogspot.com "

By - VIIVrVEK SHHARMAA VASSHISHTHHA

Virgin ये शब्द आपने सुना तो होगा ही और इसको सुनते ही मन में क्या आता है? वही सेक्स से संबंधित चीजें लेकिन इसका असली मतलब तो आपको भी नहीं पता होगा, आपको ये भी नहीं पता होगा कि इसकी शुरूआत कहां से हुई और इसका असली मतलब क्या है साथ ही साथ ये किस धर्म से जुड़ा हुआ है?

ऐसे ही कुछ जवाब हम आपको देंगे...जिसे जानने के बाद आप इस शब्द को अलग नजर से देखने लगेंगे। जमाना बदल रहा है। बदलते जमाने के साथ सभी की सोच और बोलने का अंदाज भी बदल रहा है। मगर पहले के मुकाबले इस जमाने में एक शब्द सभी के जुबान से काफी ज्यादा प्रचलित होता हुआ नजर आ रहा है। वह शब्द है ‘वर्जिन’ जो की अचानक से प्रचलन में आ गया है। तो आज आपको हम बताएंगे की कैसे इस शब्द की शुरुआत हुई।

क्या होता है वर्जिन शब्द का सही मतलब?:
बताते हैं कि वर्जिन शब्द का मतलब शुद्ध, पवित्र होता है। इस शब्द का सबसे पहले इस्तेमाल साल 1200 में कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज की मैन्यूस्क्रिप्ट में हुआ था। उसके बाद धीरे-धीरे इस शब्द को पूरी दुनियां में लोग जानने लगे। शुरुआती दिनों में virgin को uirgines कहा जाता था।

इस धर्म से जुड़ा हुआ है इस शब्द का प्रयोग:
कहा जाता है की वर्जिन शब्द का उपयोग क्रिश्चियन धर्म से जुड़ा हुआ है। इस शब्द का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कई जगहों में इस धर्म से जुड़ा हुआ देखा गया है।

शब्द का इस्तेमाल 1300 ईसा में हुआ था:
कहा जाता है कि आज से बहुत साल पहले 1300 ईसा में वर्जिन शब्द का इस्तेमाल मदर मैरी के लिए किया गया था। इस शब्द का मतलब शुद्ध और पवित्र होता है।

लड़की की पवित्रता को कहते हैं वर्जिन:
अगर कोई लड़की किसी चर्च से जुड़ रही है तो उसकी पवित्रता को वर्जिनिटी कहा जाएगा। इसका मतलब यह है कि किसी जवान लड़की के धार्मिक मान्यताओं से जुड़ने की योग्यता को वर्जिनिटी कहा जाता है।

12:16:00 pm

World hotest math teacher : ये है 'दुनिया की हॉटेस्‍ट मैथ टीचर', धूम मचा रहा है क्‍लासरूम वीडियो

ये है 'दुनिया की हॉटेस्‍ट मैथ टीचर', धूम मचा रहा है क्‍लासरूम वीडियो


Go to more " www.ekkkahanisviivvekshharmaavasshishthha.blogspot.com "

By - VIIVVEK SHHARMAA VASSHISHTHHA


बेलारूस के मिन्‍स्‍क की रहने वाली ओक्‍साना मैथ्‍स टीचर है।

मिन्‍स्‍क। मैथ्‍स टीचर का नाम लेते ही आपके जेहन में वह एक साधारण, सरल लेकिन जरा कड़क व्‍यक्तित्‍व की कल्‍पना होती है। लेकिन सोशल मीडिया पर एक मैथ्‍स टीचर का वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखकर आपकी यह कल्‍पना धरी की धरी रह जाएगी।

तभी तो यह कहा जा रहा है कि लगता है दुनिया को हॉटेस्‍ट मैथ टीचर मिल ही गई है। ओक्‍साना नेवेसेलया अचानक सोशल मीडिया सेलिब्रिटी बन गई जब इंटरनेट पर उसका एक क्‍लासरूम वीडियो किसी ने शेयर किया।

बेलारूस के मिन्‍स्‍क की रहने वाली ओक्‍साना मैथ्‍स टीचर है और इसमें कोई शक नहीं कि वह एक खूबसूरत महिला है और वह खुद मानती है कि सेन्शूऐलिटी और इंटेलिजेंस साथ-साथ चलते hai

जब से ओक्‍साना का वीडियो वायरल हुआ है, उसके इंस्‍टाग्राम पर फॉलोअर्स की संख्‍या 2 लाख 23 हजार से ज्‍यादा हो गई है। साफ है कि अधिकांश फॉलोअर्स यह देखना चाहते हैं कि आखिर वह कितनी 'हॉट' दिखती हैं।

ओक्‍साना को मिल रहे कमेंट्स कभी व्‍यक्तिगत रूप से नहीं नहीं किए गए जो उन्‍हें अब मिल रहे हैं लेकिन उन्‍होंने अपने प्रशंसकों को अपनी एक पोस्‍ट के लिए दस हजार लाइक्‍स के लिए शुक्रिया कहा। यह टीचर अभी मल‍ेशिया के टूर पर है और उनकी अधिकांश तस्‍वीरों में वह बिकनी में एंजॉय करते और सनबाथ लेते हुए नजर आ रही है।

11:56:00 am

सीता का नहीं हुआ था स्‍वयंवर, आपको नहीं पता होंगे रामायण से जुड़े ये राज

सीता का नहीं हुआ था स्‍वयंवर, आपको नहीं पता होंगे रामायण से जुड़े ये राज

By - VIIVVEK SHHARMAA VASSHISHTHHA


आज पूरे देश में दशहरे का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था। राम-रावण से जुड़ी कई रोचक बातें हैं जो आपको रामायण में पढ़ने को मिल जाएंगी। लेकिन इसके बावजूद कुछ फैक्‍ट्स ऐसे हैं जिन्‍हें बहुत कम लोग जानते हैं। देखें एक नजर...

1. सीता का नहीं हुआ था स्‍वयंवर : 
आपने हर जगह पढ़ा या सुना होगा कि सीता जी का स्‍वयंवर हुआ था। लेकिन श्रीरामचरित मानस और वाल्‍मीकि रामायण में कुछ प्रसंगों को लेकर मतभेद भी है। वाल्मीकि रामायण में सीता स्वयंवर का कोई वर्णन नहीं है। उसके अनुसार एक बार राम व लक्ष्मण का ऋषि विश्वामित्र के साथ मिथिला में आगमन हुआ, जहां विश्वामित्र ने ही राजा जनक से श्रीराम को वह शिवधनुष दिखाने को कहा। तब श्रीराम ने उस धनुष को उठा लिया और प्रत्यंचा चढ़ाते समय वह टूट गया। तब राजा जनक ने विश्वामित्र से अपनी पुत्री सीता का विवाह भगवान राम से करने का आग्रह किया, क्योंकि राजा जनक ने यह प्रण किया था कि जो भी इस शिव धनुष को उठा लेगा, उसी से वे अपनी पुत्री सीता का विवाह करेंगे।

2. नहीं हुआ था परशुराम-लक्ष्‍मण विवाद :
वाल्मीकि रामायण के अनुसार, सीता विवाह के दौरान लक्ष्मण और परशुराम का कोई विवाद नहीं हुआ था। इस रामायण के अनुसार सीता से विवाह के बाद जब श्रीराम अयोध्या लौट रहे थे, तब रास्ते में उन्हें परशुराम मिले। उन्होंने श्रीराम से अपने धनुष पर बाण चढ़ाने के लिए कहा। श्रीराम ने जब उनके धनुष पर बाण चढ़ा दिया, तो बिना किसी से विवाद किए वे वहां से चले गए।

3. नंदी ने दिया था रावण को यह श्राप
एक बार रावण ने नंदी को देखकर उनके स्वरूप की हंसी उड़ाई और उन्हें बंदर के समान मुख वाला कहा। तब नंदी ने रावण को श्राप दिया कि बंदरों के कारण ही तेरा सर्वनाश होगा।


4. इंद्र ने खिलाया था माता सीता को खीर : 
जिस दिन रावण सीता का हरण कर अशोक वाटिका में लाया। उसी रात भगवान ब्रह्मा के कहने पर देवराज इंद्र माता सीता के लिए खीर लेकर आए। पहले इंद्र ने अशोक वाटिका के सभी राक्षसों को मोहित कर सुला दिया। उसके बाद माता सीता को खीर अर्पित की। इसे खाने से सीता की भूख-प्यास शांत हो गई।

5. पांच दिन में बन गया था रामसेतु :
रामायण के अनुसार, समुद्र पर पुल बनाने में 5 दिन का समय लगा। पहले दिन वानरों ने 14 योजन, दूसरे दिन 20 योजन, तीसरे दिन 21 योजन, चौथे दिन 22 योजन और पांचवे दिन 23 योजन पुल बनाया था। इस प्रकार कुल 100 योजन लंबाई का पुल समुद्र पर बनाया गया। यह पुल 10 योजन चौड़ा था।

6. शूर्पणखा भी चाहती थी रावण का सर्वनाश : 
रामायण के अनुसार रावण की बहन शूर्पणखा भी रावण का सर्व-विनाश चाहती थी शूर्पणखा के पति का नाम विद्युतजिव्ह था। वो कालकेय नाम के राजा का सेनापति था। रावण जब विश्वयुद्ध पर निकला तो कालकेय से उसका युद्ध हुआ। उस युद्ध में रावण ने विद्युतजिव्ह का भी वध कर दिया। तब शूर्पणखा ने मन ही मन रावण को श्राप दिया कि मेरे ही कारण तेरा सर्वनाश होगा।

11:44:00 am

दुनिया के 10 खौफ़नाक आदमखोरों द्वारा मानव मांस पर दिए गए बयान आपको विचलित न कर दें तो कहना

दुनिया के 10 खौफ़नाक आदमखोरों द्वारा मानव मांस पर दिए गए बयान आपको विचलित न कर दें तो कहना


By - VIIVVEK SHHARMAA VASSHISHTHHA

मनुष्य के मांस को मनुष्य के द्वारा खाये जाने को नरभक्षण कहते हैं और उस आदमी को आदमखोर. हालांकि मानवीय सभ्यता में इस कर्म को निषेध माना गया है मगर इसके बावजूद दुनिया में ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने मानव मांस का भक्षण किया है. तो यहा पेश है वैसे कुछ लोगों की बातें जिन्होंने “human flesh” चखा है.

1. आर्थर शॉक्रॉस

आर्थर शॉक्रॉस ने सन् 1972 में वाटरटाउन न्यूयॉर्क में दो किशोर लड़के-लड़की को मार डाला. उसके इस अपराध के लिए उसे जेल भेजा गया, जहां से वह 15 साल की सजा काट कर बाहर निकला. उसके रिकॉर्ड को मोहरबंद कर दिया गया, जब वह 1972 में रोक्सटर चला गया. मगर फ़िर से वह कत्ल करने लगा और दुबारा पकड़े जाने से पहले वह 11 वैश्याओं को मौत की नींद सुला चुका था. 
एक बार फ़िर से जब वह कैदखाने में लौटा तो वह अपने शिकार के किस्से सुनाने लगा. जहां वह ऐसे दावे करता था कि उसने नरमांस खाया है. उसने बताया कि एक बार वियतनाम के जंगलों में उसने दो औरतों का पीछा किया और उन्हें मार कर उनका मांस खाया. हालांकि उसके ऐसे कृत्य का कोई प्रमाण नहीं है कि क्या वाकई उसने ऐसा कुछ किया है. उसने तो यहां तक कहा कि वह चार वैश्याओं को मार कर उनके जननांग और एक 10 साल के बच्चे का दिल तक खा चुका है. हालांकि इन शरीरों के जांच के दौरान यह शरीर काफ़ी बुरी हालत में पाये गये थे. 
शॉक्रॉस के अनुसार मानव का मांस सूअर के भुने हुए मांस जैसा लगता है. अब ये तो वही जानें, आख़िर इसमें हम क्या कह सकते हैं.


2. पीटर ब्रायन

पीटर ब्रायन के हिंसा का सिलसिला शुरु होता है उसके दुकान के मालिक द्वारा उसे नौकरी से हटा लिए जाने के साथ शुरु होता है. इसके जवाब में ब्रायन ने दुकान मालिक की 20 वर्षीय बेटी को हथौड़े से पीट-पीट कर मार डाला. और ख़ुद भी आत्महत्या के प्रयास में बालकनी से कूद पड़ा. जहां उसे 1993 में मानसिक रूप से बीमार मान कर मनोविकृति सबंधी अस्पताल में दाखिल कराया गया. 
तब से 9 साल बाद उसे भारी सुरक्षा के बीच वहां से दूसरे अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे बिना किसी संरक्षण के छोड़ दिया गया. ठीक उसी रात वह एक 43 वर्षीय ब्रायन चेरी के घर गया, और उसकी हथौड़े से मारते-मारते हत्या कर डाली. उसके बाद उसने चेरी के हाथों और दाहिने पैर को आरी और चाकू से काट डाला. और जब पुलिस आई तो उसने पाया कि चेरी का मस्तिष्क आग पर चढ़ी कड़ाही में रखा हुआ था. 
ब्रायन ने बाद में पूछने पर बताया कि उसने मस्तिष्क को कृत्रिम मक्खन में पकाया था, और यह काफ़ी बढ़िया टेस्ट का था. उसने यह भी बताया कि चेरी के हाथ और पैर का मांस चिकन के मीट जैसा था.
ब्रायन को फ़िर से कैद करके मनोविकार अस्पताल में रखा गया, जहां उसने 2004 में भी एक साथ रहने वाले की हत्या कर दी. ब्रायन ने बताया कि वह इसे भी पकाना चाहता था, मगर इसके पकाए जाने के लिए उसके पास पर्याप्त समय नहीं था.


3. ऐलेक्जेंडर सेल्विक वेंगशोयेल

सन् 2010 में नॉर्वे में रहने वाले एक आर्ट स्टूडेंट ऐलेक्जेंडर के कूल्हे का प्रत्यारोपण होना तय था, जो इसके बचपन से ही बैशाखी और व्हीलचेयर के सहारे चला करता था. अपनी सर्जरी से पहले ऐलेक्जेंडर ने डॉक्टर को इस बात के लिए राजी कर लिया कि वह उसके पुराने कूल्हे उसे दे दे. वह इस बात को तो नहीं जानता था कि वह अपने कूल्हे को कैसे इस्तेमाल करेगा मगर, वह उसे कलात्मक तरीके से इस्तेमाल करना चाहता था.
सर्जरी से लौटने के बाद उसने कूल्हे को पानी में उबालना शुरु किया और उस कूल्हे में लगे मांस को छुड़ा लिया. अब जब उसने यह जान लिया था कि यह एक विशेष मौका है तो उसने इस मीट को टेस्ट किया और उसे यह ख़ासा टेस्टी लगा. उसके बाद उसने इस पूरे मीट को पकाने का निर्णय लिया, मगर उन हड्डियों पर थोड़े से मीट की वजह से यह आलू और वाइन के साथ सिर्फ़ ऐपेटाइज़र की भूमिका ही अदा कर सका. ऐलेक्जेंडर की मानें तो मनुष्य का मांस जंगली भेड़ों जैसा टेस्ट देता है.


4. टोबियास नीबॉम

टोबियास नीबॉम एक अमरीकी कलाकार था जिसे सन् 1955 में पेरु की फुलब्राइट फेलोशिप मिली थी. इसके लिए वह न्यूयॉर्क से चल कर आया था. रास्ते में उसने एक आदिवासी जनजाति अरंकम्बूट के बारे में सुना जो जंगल में निवास करते थे और तीर-धनुष से शिकार किया करते थे. उसे यह सुनने में इतना दिलचस्प लगा कि वह कम्पास लेकर उन्हें खोजने निकल पड़ा. हालांकि अरंकम्बूट जनजाति ख़ासी कुख्यात थी मगर उन्होंने टोबियास का स्वागत किया. उसे इस बात को जान कर सुखद आश्चर्य हुआ कि यह जनजाति समलैंगिक सेक्स को लेकर काफ़ी खुली थी, जिसके लिए उसे पहले न्यूयॉर्क में तंग किया जा चुका था. तभी उसने अपनी पूरी ज़िंदगी इन्हीं के बीच जीने का निर्णय ले लिया. 
टोबियासल की इस सारी अवधारणा को तब झटका लगा जब अरंकम्बूट आदिवासियों ने दूसरे गांव पर हमला करके 6 लोगों को मार डाला. और इतना ही नहीं वे इन मृत शरीरों को आग पर भूल कर खाने लगे और उस जलते आग के इर्द-गिर्द नाचने लगे. टोबियास तो काफ़ी डर गया था मगर फ़िर उन्होंने इसे नृत्य ख़ातिर राजी कर लिया. उन्होंने टोबियास को मानव का मांस भी खिलाया. इस वाकये के बाद वे वहां से ख़ुद को पेट में लपेट कर भाग निकले. टोबियास ने अपने यादनामे Keep The River On Your Right में इस बात का जिक्र किया है और यह बेहद पसंद की जाने वाली किताब है. हालांकि मानव मांस का टेस्ट पूछने पर वे कन्नी काट जाते हैं और ख़ुद को आदमखोर कहलवाने से परहेज करते हैं, मगर फ़िर भी वे एक बार उन्होंने बताया कि यह थोड़ा-थोड़ा सूअर के मांस से मिलता टेस्ट करता है.


5. ओमायमा नेल्सन

ओमायमा का जन्म इजिप्ट में हुआ था जहां से वह मॉडल बनने के लिए यूनाइटेड स्टेट्स शिफ्ट हो गयी थीं. वहां वह 56 साल के विलियम नेल्सन से मिलीं और उनसे 2 माह बाद शादी कर लिया. हालांकि यह शादी असफल रही जहां उसने अपने पति पर मारने-पीटने और बलात्कार के आरोप लगाए. शादी के तीन सप्ताह बाद ही ओमायमा ने अपने पति को मौत के घाट उतार दिया. सबूतों को छिपाने के लिए उसने अपने पति के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए और उसके सिर और हाथों को उबाल दिया.
यह हत्या इसलिए भी अजीब मानी जाती है क्योंकि ओमायमा ने उसके पति की पसलियों को सींक बना कर भट्ठी पर भून दिया था. मनोचिकित्सक के अनुसार ओमायमा जोर-जोर से चीखते हुए पसलियों में दांत गड़ा रही थी. और कह रही थी कि यह काफ़ी लजीज़ और मीठा है.
पुलिस को इस क्राइम की जानकारी तब लगी जब ओमायमा ने अपनी एक दोस्त से इस बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए मदद मांगी. उसे इस हत्या के लिए सेकेंड डिग्री मर्डर के अपराध में आजीवन कारावास की सजा दी गई. उसने बाद में कहा कि उसने आपने पति का मांस नहीं खाया था. वह पैरोल के लिए आवेदन कर रही थी मगर, आदमखोरी में पैरोल की कोई सुविधा नहीं है.


6. जेफरी डाहमेर

आदमखोरी के लिए कुख्यात अपराधी जेफरी ने 1978 से 1991 के बीच 17 जानें ली थीं. जेफरी ने इसके बारे में कभी खुल कर नहीं बोला मगर उसके पकड़े जाने के बाद और FBI के सख्ती के बाद उसने कहा कि वह लोगों को मारने के बाद उनके जांघ और बाहों के साथ-साथ किन्हीं हिस्सों को काट दिया करता था. जिसके बाद वह उन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर डेकची में पकाया करता था. 
जेफरी बताता है कि मानव मांस उसे गोमांस के सबसे बढ़िया हिस्से जांघ के मीट जैसा लगता है. जेफरी को इस अपराध हेतु 1992 में आजीवन कारावास की सजा दे दी गई थी, जहां दो साल बाद उसके साथी कैदी ने हत्या कर दी.


7. विलियम सीब्रूक

विलियम सीब्रूक वैसे तो New York Times के रिपोर्टर थे, मगर वह अपने अजीबोगरीब ट्रैवल बुक्स के लिए जाना जाते हैं, जिसमें से एक Jungle Ways है जिसे 1931 में पब्लिश किया गया था. इसमें वह पश्चिम अफ़्रीका की एक जनजाति “ग्यूरे” का जिक्र करते हैं जो परम्परागत तौर पर उनकी जनजाति के मृत लोगों का मांस खाया करते थे. उत्सुकतावश सीब्रूक ने तय किया कि वो भी मानव मांस को टेस्ट करेंगे.
सीब्रूक के मानव मांस खाने की दो कहानियां हैं. एक जब वे “ग्यूरे” जनजाति के साथ थे और दूसरा जब वे वापस फ्रांस लौटे और एक नर्स की मदद से एक मृत शरीर का मांस निकलवा लिया. 
सीब्रूक अपनी किताब Jungle Ways में इसकी विस्तार से चर्चा करते हैं. वे बताते हैं कि यह बछड़े के मांस जैसा लगता है. जो इतना स्वादिष्ट था कि आदमी उसे बार-बार खाना चाहे.


8. जॉर्ज नेग्रोमोंट दा सिल्वाइरा

वर्ष 2012 के अप्रैल में दा सिल्वाइरा, उसकी पत्नी इसाबेल और उसकी उपपत्नी ब्रूना को एक हत्या के अपराध में कैद किया गया था. जहां उन्होंने एक बेघर महिला का कत्ल कर दिया था. हालांकि हिरासत में लेने के बाद उन्होंने यह भी स्वीकारा कि वे दो और जवान महिलाओं का कत्ल कर चुके हैं. एक साक्षात्कार में सिल्वाइरा बताता है कि मानव का मांस गोमांस जैसा लगता है, जिसे वे बेच दिया करते थे. इसे वे अलग-अलग तौर तरीकों से पकाया करते थे.
सिल्वाइरा को 23 वर्षों के लिए कैद हो गई, और उसकी पत्नी और उपपत्नी को 20 वर्षों की सजा मिली. सिल्वाइरा कहता है कि ये अच्छा है कि वह कैद में है वरना वह फ़िर हत्याएं करता.


9. इसाइ सगावा

आदमखोरों के इतिहास में जापान के सगावा का नाम बड़ा ही कुख्यात है. सगावा उस समय पेरिस में पढ़ रहे थे जब उन्हें जून 11, 1981 को एक 25 वर्षीय डच स्टूडेंट रेनी हार्टवेल्ट मिली. सगावा ने उसे पीछे से गोली मार दी और दो दिनों तक उसके शारीरिक अंगों को खाता रहा. 
अपने यादनामे में सगावा कहता है कि उसने हार्टवेल्ट के पिछवाड़े को कच्चा ही खाया जिसमें उसे कोई टेस्ट नहीं मिला. फ़िर उसने उसके पिछवाड़े को नमक और सरसो तेल में पकाया. उसने हार्टवेल्ट के स्तनों को भी पकाया. मगर उसे वे अत्यधिक तैलीय होने की वजह से अच्छे नहीं लगे. उसे सबसे अच्छा मीट जांघ का लगा, जिसे उसने ख़ासा स्वादिष्ट बताया.
सगावा को तीन दिनों के बाद कैद कर लिया गया, जब किसी ने उसे शरीर को ठिकाने लगाते देख लिया. उसे पागल घोषित कर दिया गया और पागल खाने में रख दिया गया. सन् 1985 में उसे जापानी अथॉरिटी को सौंप दिया गया. जापान में वह खुल्ला छोड़ दिया गया और वहां ही उसने किताब लिखी और सेलेब्रिटी बन गया. हालांकि बाद के साक्षात्कारों में वह इस बात का जिक्र करता है कि मानव का मांस उसे कतई टेस्टी नहीं लगा था. और वह इसके बजाय गोमांस खाना पसंद करेगा.


10. आर्मिन माइवेस

दुनिया अब इससे भी अजीब हो सकती है ऐसा तो मुझे विश्वास नहीं होता. जर्मनी के रहने वाले आर्मिन माइवेस ने इंटरनेट पर इश्तेहार निकलवाया कि वह हत्या हेतु एक 18 से 30 वर्षीय इंसान की खोज में हैं. इसके जवाब में उन्हें 200 प्रतिक्रियाएं मिली. उन्हें एक नौजवान भी मिला जो बाद में हट गया. मगर उन्हें 9 मार्च 2001 को एक 41 वर्षीय बेर्न्ड यूरगेन ब्रान्डेस मिले जो इस बात के लिए राजी हो गए. दोनों ने उसके बाद सेक्स किया और उसके बाद आर्मिन ने यूरगेन की लिंग काट लिया ताकि वे दोनों उसे खा सकें. पहले-पहल तो दोनों ने इसे कच्चा ही खाने की कोशिश की मगर यह उन्हें काफ़ी रबड़युक्त लगा. फ़िर आर्मिन ने इसे मक्खन और लहसुन के साथ पकाने की कोशिश की और इस क्रम में यह जल गया.
तब से लगभग 10 घंटे बाद यूरगेन ब्रान्डेस की मौत हो गई. आर्मिन ने उसके शरीर को हुक से टांग दिया और लगभग 10 माह तक खाता रहा. वह लगभग 18 किलोग्राम मांस खा गया. वह बताता है कि साथ के लिए वह दक्षिण अफ्रीकी वाइन पीता था. मीट के बारे में पूछने पर वह बताता है कि यह लगभग सूअर के मांस जैसा टेस्ट देता था. हालांकि यह उससे थोड़ा ज़्यादा कड़ा और हल्का कड़वा टेस्ट देता है.
आर्मिन ने अपने बचाव में कहा कि उसने मर्डर नहीं किया बल्कि यह आत्महत्या थी. मगर उसे इस अपराध के लिए आजीवन कारावास की सजा दी गई थी. हालांकि आज वह एक शाकाहारी की ज़िंदगी गुजर-बसर कर रहा है.


शायद ऐसे ही किन्ही मानवीय कर्मों-कुकर्मों को देखकर निदा फ़ाजली साब ने कहा है कि...

हर आदमी में होते हैं दस-बीस आदमी

जिसको भी देखना हो कई बार देखना

 

11:36:00 am

रावण से बड़ा ज्ञानी धरती पर नहीं हुआ, साबित करती हैं ये 10 अद्भुत बातें

रावण से बड़ा ज्ञानी धरती पर नहीं हुआ, साबित करती हैं ये 10 अद्भुत बातें


Go to more " www.ekkkahanisviivvekshharmaavasshishthha.blogspot.com "

By - VIIVVEK SHHARMAA VASSHISHTHHA

रामायण में सत्य पर असत्य की विजय का पाठ हमें हमेशा से ही पढ़ाया जाता रहा है. राम और रावण के बीच का युद्ध, जिसमें राम सत्य के प्रतीक थे तो वहीं रावण असत्य का पताका हाथ में लिए था. हमें रावण को हमेशा अधर्मी और शैतान का रूप बताया गया. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रावण एक ऐसा शख़्स था, जिसके ज्ञान के आगे देवता भी नतमस्तक हो जाते थे! अपनी अधर्मी छवि के बावजूद रावण के कई ऐसे उदाहरण पेश किए जिससे पता चलता है कि वो सच में एक बहुत बड़ा ज्ञानी पुरूष था.

1. वेद और संस्कृत का ज्ञाता

रावण को वेद और संस्कृत का ज्ञान था. वो साम वेद में निपुण था. उसने शिवतांडव, युद्धीशा तंत्र और प्रकुठा कामधेनु जैसी कृतियों की रचना की. साम वेद के अलावा उसे बाकी तीनों वेदों का भी ज्ञान था. इतना ही नहीं पद पथ में भी उसे महारत हासिल थी. पद पथ एक तरीका है वेदों को पढ़ने का.

2. आयुर्वेद का ज्ञान

रावण ने आयुर्वेद में भी काफ़ी योगदान दिया था. अर्क प्रकाश नाम की एक किताब भी रावण ने लिखी थी, जिसमें आयुर्वेद से जुड़ी कई जानकारियां हैं. रावण को ऐसे चावल भी बनाने आते थे जिसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन होता था. इन्हीं चावलों को वो सीता जी को दिया करता था.

3. कविताएं लिखने में भी पारंगत

रावण सिर्फ़ एक योद्धा नहीं थे. उन्होंने कई कविताओं और श्लोकों की भी रचनाएं की थीं. शिवतांडव इन्हीं रचनाओं में से एक है. रावण ने भगवान शिव को खुश करने के लिए एक 'मैं कब खुश होउंगा' लिखी. भगवान शिव इतने खुश हुए कि उन्होंने रावण को वरदान दिया था.

4. संगीत का भी ज्ञान

रावण को संगीत का भी शौक़ था. रूद्र वीणा बजाने में रावण को हराना लगभग नामुमकिन था. रावण जब भी परेशान होता वो रूद्र वीणा बजाता था. इतना ही नहीं रावण ने वायलन भी बनाया था जिसे रावणहथा कहते थे. आज भी राजस्थान में इसे बजाया जाता है.

5. स्त्री रोगविज्ञान और बाल चिकित्सा में भी योगदान

अपने आयुर्वेद के ज्ञान से रावण ने स्त्री रोगविज्ञान और बाल चिकित्सा के ऊपर भी कई किताबें लिखी थीं. इन किताबों में 100 से ज़्यादा बीमारियों का इलाज़ लिखा हुआ है. इन किताबों को उसने अपनी पत्नी मंदोदरी के कहने पर लिखा था.

6. रावण ने युद्ध के लिए की थी राम की मदद

भगवान राम को समुद्र के ऊपर पुल बनाने से पहले यज्ञ करना था. यज्ञ तभी सफ़ल होता जब भगवान राम के साथ देवी सीता बैठतीं. राम के यज्ञ को सफ़ल करने के लिए रावण खुद देवी सीता को ले कर आया था. यज्ञ खत्म होने के बाद जब राम ने रावण का आशीर्वाद मांगा तो रावण ने 'विजयी भव:' कहा था.

7. ज्ञान का सागर 'रावण'

युद्ध में हार के बाद जब रावण अपनी आखिरी सांसें गिन रहा था, तब भगवान राम ने लक्ष्मण को रावण से ज्ञान प्राप्त करने को कहा. लक्ष्मण रावण के सिर के पास बैठ गए. रावण ने लक्ष्मण से कहा कि अगर आपको अपने गुरू से ज्ञान प्राप्त करना है तो हमेशा उनके चरणों में बैठना चाहिए. ये परंपरा आज भी चल रही है.

Source: motivateme

8. सीता रावण की बेटी थी

रामायण कई देशों में ग्रंथ की तरह अपनाई गई है. थाइलैंड में जो रामायण है उसके अनुसार सीता रावण की बेटी थी, जिसे एक भविष्यवाणी के बाद रावण ने ज़मीन में दफ़ना दिया था. भविष्यवाणी में कहा गया था कि 'यही लड़की तेरी मौत का कारण बनेगी'. बाद में देवी सीता जनक को मिलीं. यही कारण था कि रावण ने कभी भी देवी सीता के साथ बुरा बर्ताव नहीं किया.

9. ग्रह नक्षत्रों को अपने हिसाब से चलाता था रावण

मेघनाथ के जन्म से पहले रावण ने ग्रह नक्षत्रों को अपने हिसाब से सजा लिया था, जिससे उसका होना वाला पुत्र अमर हो जाए. लेकिन आखिरी वक़्त में शनि ने अपनी चाल बदल ली थी. रावण इतना शक्तिशाली था कि उसने शनी को अपने पास बंदी बना लिया था.

10. रावण के दस सिर नहीं थे

अकसर रावण को दस सिरों वाला समझा जाता है, लेकिन ये सही नहीं है. रावण जब छोटे थे तब उनकी मां ने उन्हें 9 मोतियों वाला हार पहनाया था. उस हार में रावण के चेहरे की छाया दिखती थी. साथ ही ये भी कहा जाता है कि रावण के अंदर दस सिरों जितना दिमाग था. यही कारण था कि रावण को दशानन कहा गया है.

loading...