Fact of Gandhi family hide love story : क्या है आशिकी में माहिर नेहरू गांधी परिवार के रहस्यमयी रिश्तों की अनकही दास्तान ?
क्या है आशिकी में माहिर नेहरू गांधी परिवार के रहस्यमयी रिश्तों की अनकही दास्तान ?
By - VIIVVEK SHHARMAA VASSHISHTHHA
जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ये उन लोगों के नाम हैं जिनको परिचय की जरूरत नहीं हैं, और होगी भी कैसे ये लोग ‘राजसी’ परिवार से जो हैं | खैर अगर ये लोग राजसी परिवार से हैं तो बहुत सारी वेश्याएँ राजसी या उससे भी ऊपर कही जा सकती हैं | उनमें कम से कम थोड़ी तो नैतिकता है लेकिन नेहरु परिवार नैतिकता के अस्तित्व को ही भूल चुका है|
आइये आज हम अवगत कराते हैं आपको कई ऐसे तथ्यों से जिनको जानकर आपको न सिर्फ आश्चर्य होगा बल्कि इन सभी गांधी परिवार से घिन्न भी होगी | नेहरू परिवार के उपनाम बदलने और गांधी का नाम अपनाने के ढोंग से तो आप परिचित ही होंगे, लेकिन क्या आपको उनके असली नाम और धर्म पता हैं? नेहरू परिवार की शुरुवात होती है गयासुद्दीन गाज़ी अथवा गंगाधर गाजी से जो की एक मुस्लिम था बाद में लाल किले के पास नहर के किनारे रहने के कारण अपना उपनाम नेहरू कर लिया, ये सख्स और कोई नहीं बल्कि जवाहरलाल नेहरू के दादाजी थे | इस बात का जिक्र एम के सिंह ने अपनी किताब “इनसाइक्लोपीडिया ऑफ इंडियन वॉर ऑफ़ इंडिपेंडेंस” के 13वे चरण में किया है|
नेहरू जन्म से ही एक मुसलमान थे और यही नहीं उनका जन्म इलाहाबाद के मीरगंज नामक वैश्यालय में हुआ था | जिसे बाद में लाली जान नाम के एक वैश्या को बेच दिया गया और वो बाद में ‘इमामबाड़ा’ कहलाया | बाद में उनके पिता मोतीलाल नेहरू आनंद भवन में अपने परिवार के साथ आ गए|
नेहरू के अवैध संबंधों की गाथा
इनके प्रेम प्रंसंगो की संख्या उँगलियों पर नहीं गिनी जा सकती, और इसके बाद भी हम उनको चाचा नेहरू कहते हैं और उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाते हैं| विश्वास कीजिये ऐसा केवल भारत में ही हो सकता है|
नेहरू और एडविना माउंटबैटन का प्रेम प्रसंग
जवाहर लाल नेहरू के ख़ुफ़िया सलाहकार रह चुके एम ओ मथाई ने अपनी किताब रेमिनिसेंसेज़ ऑफ़ नेहरू ऐज में उनके कई राज खोले हैं| मथाई ने अपनी किताब में लिखा है कि नेहरू और एडविना माउंटबैटन (जो की भारत के वायसराय लार्ड माउंटबेटन की पत्नी थी) के बीच में तीव्र प्रेम प्रसंग था | ये प्रेम प्रसंग उनकी पुत्री इंदिरा गांधी के लिए बेहद शर्मनाक था वो मौलाना अबुल कलाम आजाद से अपने पिता के नीच हरकतों को रोकने के लिए सहायता मांगती थीं |
नेहरू और पद्मजा नायडू का प्रेम प्रसंग
पद्मजा नायडू, सरोजिनी नायडू की पुत्री थी, नेहरु के साथ अवैध संबंध होने के कारन उन्होंने उसको बंगाल का गवर्नर नियुक्त किया था | इस बात का खुलासा हुआ है कि नेहरू अपने बैडरूम में पद्मजा नायडू की तस्वीर लगा के रखते थे और इंदिरा गांधी उसको हमेशा हटाती रहती थी, इसी कारण पिता पुत्री में हमेशा टकराव रहता था |
नेहरू का एक संन्यासिन के साथ प्रेम सम्बन्ध – श्रद्धा माँ
कई औरतो के अलावा नेहरू का बनारस के एक संन्यासिन श्रद्धा माँ के साथ भी अवैध सम्बन्ध था | श्रद्धा माँ संस्कृत और आध्यात्म की ज्ञाता थी | 1949 में श्रद्धा माँ ने अपने और नेहरू के प्रेम संबंधों का खुलासा किया और नेहरू पर उनसे विवाह करने का दबाव बनाया | नेहरू ने प्रस्ताव इस लिए ठुकरा दिया क्योंकि ये उनकी राजनीतिक जीवन को खतरे में डाल सकता था | 30 मई 1949 को उनका पुत्र पैदा हुआ जिसे ईसाई मिशनरी स्कूल में डाला गया, उसको ये जाने बिना बड़ा किया गया कि उसका पिता कौन है| मथाई के अपने किताब में बच्चे का उल्लेख करने के बाद भी किसी ने उसको खोजने की कोशिश नहीं की | वो बच्चा अब शायद अपने जीवन के 60 साल काट चुका होगा|
नेहरू और सन्यासिन श्रद्धा माँ की प्रेम गाथा हमेशा से ही छुपा के रखी गई किसी को इसके बारे में भनक भी नहीं थी|
नेहरू की बहन विजया और सैयद हुसैन का प्रेम प्रसंग
एस सी भट्ट के किताब द ग्रेट डिवाइड के अनुसार नेहरू की बहन अपने पिता के कर्मचारी सईद हुसैन के साथ अवैध संबंधों में संलिप्त पायी गयी थी | इससे नाराज नेहरू ने उनकी शादी जबरदस्ती रणजीत पंडित नमक किसी दूसरे आदमी से करा दी| हालाँकि विजय लक्ष्मी का सएद हुसैन के साथै एक बच्ची भी थी जिसका नाम चंद्रलेखा था |और रणजीत पंडित के साथ इनकी दो और बेटियां थी जिनके नाम रीता और नयनतारा था |
इंदिरा गाँधी और उनके अवैध प्रेम प्रसंग
शांतिनिकेतन से निकाले जाने के बाद से इंदिरा गाँधी काफी अकेली हो गयी थीं, क्योंकि इनकी माँ बीमार थी और पिता राजनीती में व्यस्त थे, ऐसे में नवाब खान (जो की आनंद भवन में शराब भेजता था) का बेटा फिरोज खान की नजदीकियां इंदिरा से बढ़ने लगी| तत्कालीन महाराष्ट्र के गवर्नर ने नेहरू को इंदिरा और फिरोज के अवैध संबंधों के बारे में चेतावनी भी दी | बाद में इंदिरा गांधी ने मुस्लिम धर्म अपना कर लंदन के मस्जिद में शादी कर ली, इस प्रकार वो इंदिरा गांधी से मैमुना बेगम बन गई| लेकिन नेहरु को ये बात रास नहीं आई ये उनकी राजनीती के मार्ग में रोड़ा था इसलिए उन्होंने फ़िरोज़ को बुला कर गांधी उपनाम दिलवाया जिसका मकसद उनका धर्म बदलना नहीं था बल्कि लोगो को बेवकूफ बनाना था|
ये तो सबको पता है कि राजीव के जन्म के बाद से इंदिरा और फिरोज एक दूसरे से दूर रहने लगे थे के इन राव ने अपनी किताब “नेहरू डायनेस्टी” में लिखा है की इंदिरा का दूसरा बच्चा फिरोज गांधी का नहीं था बल्कि एक मुस्लिम मोहम्मद यूनुस का था | इंदिरा और मोहम्मद यूनुस में गैर क़ानूनी सम्बन्ध थे| इंदिरा और मोहम्मद यूनुस में गैर क़ानूनी सम्बन्ध संजय को बड़े होने पर जब ये पता चला तो उसने इसका फायदा उठाते हुए अपनी माँ को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया उसका अपनी माँ पर काफी प्रभाव था | और संजय गांधी की मौत का जिम्मेदार इसीलिए इंदिरा को माना जाता रहा है|
इसके अलावा भी इंदिरा गांधी के कई लोगो से अवैध संबंध थे | कैथरीन फ्रैंक ने अपने किताब ‘दी लाइफ ऑफ इंदिरा नेहरू गांधी’ में लिखा है कि इंदिरा गांधी का पहला प्यार शांति निकेतन में उनका जर्मन शिक्षक था | बाद में उनका अवैध सम्बन्ध उनके पिता के सेक्रेटरी ‘मथाई’ से हुआ, इसके बाद उनके योग गुरु धीरेंद्र ब्रह्मचारी से और अंत में विदेश मंत्री दिनेश सिंह के साथ हुआ |
अगर इंदिरा के इतने चक्कर थे तो फ़िरोज़ भी कहाँ पीछे रहने वाले थे | फ़िरोज़ का तारकेश्वरी सिह के साथ, महमून सुल्ताना के साथ, सुभद्रा जोशी, और भी बहुत से महिलाओं के साथ अनैतिक संबंध रहे थे
राजीव गांधी का प्रेम प्रसंग
के येन राव ने अपने उपरोक्त किताब में लिखा है की राजीव ने सानिया मैनो से विवाह करने के लिए कैथोलिक धर्म अपना लिया और इस प्रकार वो राजीव से रोबेर्टो बन गए | सोनिया ग्गन्धि का असली नाम अंतोनिया मैनो था डॉ सुब्रह्मण्यन स्वामी ने अपनी किताब में लिखा है की वो हाई स्कूल से ज्यादा नहीं पढ़ी हैं|
सोनिया गांधी के अवैध प्रेम प्रसंग
ब्रिटेन में सोनिया और माधव राव सिंधिया के बीच तीव्र दोस्ती थी और ये दोस्ती शादी के बाद भी कायम रही | 1982 की एक रात 2 बजे सोनिया और माधव राव को अकेले पकड़ा गया जब उनकी कार का आई आई टी के मेन गेट के सामने दुर्घटना हो गई थी |
राहुल गांधी के अवैध प्रेम प्रसंग
केरल के अलप्पुजहा जिले में राहुल गांधी और उनकी प्रेमिका जुवेनित्ता अथवा वेरोनिका एक रिसोर्ट में ३ दिन तक रुके रहे, ये एक नैतिकता हरण का केस है क्योंकि दोनों शादीशुदा नहीं थे | हालाँकि राहुल गांधी ने ये मानने से इंकार कर दिया कि उनकी कोई प्रेमिका भी है | वैसे ये भारतीयों के लिए पहली बार नहीं होगा जब एक और विदेशी बहु हमारे देश पर राज करे |
अवैध सम्बन्ध गांधी परिवार के लिए काफी नहीं थे इसलिए राहुल गांधी ने कुछ नया करने का प्रयास किया – बलात्कार
राहुल गांधी पर ये आरोप है कि 3 दिसंबर 2006 को अमेठी में अपने वी आई पी अतिथि गृह में अपने विदेशी मित्रों के साथ मिल कर इन्होने 24 वर्षीया सुकन्या देवी का बलात्कार किया | पुलिस ने भी बलात्कार का रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया| पीड़िता तभी से गायब बताई जा रही है|
मानना पड़ेगा कि क्या परिवार है ! पूरा अवैध संबधो और गैरकानूनी बच्चो से भरा हुआ | अगर इनके परिवार पर कोइ बॉलीवुड की पिक्चर बनाई जाये तो विश्वास करते वो बॉक्स ओफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी | इससे ज्यादा इज़्ज़त तो एक वैश्या की करनी चाहिए जितनी नेहरू और गांधी परिवार की होती रही है|
ये उन सभी कारणों में से मुख्य कारण है की हम सब क्यों कांग्रेस मुक्त भारत चाहते हैं | मै ये शर्त लगाने को तैयार हु की ये कहानी पढ़ने के बाद आप सब ये भी नहीं बता पाएंगे की आखिर कौन किसका बाप है|
पाठकों से अनुरोध है की लेख पढ़ने के बाद गांधी परिवार पर अपने विचार जरूर लिखें
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