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मंगलवार, 13 सितंबर 2016

Fact of Alice


तो इंसानों की नहीं, एलियनों की धरती थी ये!

आदिकाल से ही इस धरती पर रहने वाले लोगों की दिलचस्पी हमेशा ये जानने में रही है कि इस लोक के अलावा क्या कोई दूसरा लोक भी है जहां कोई जीव रहते हैं

विज्ञान को या वैज्ञानिकों को आज तक ऐसे कोई पक्के सुबूत नहीं मिले हैं जिन्हें देखकर ये दावा किया जा सके कि एलियनों का अस्तित्व वाकई में है। दावे प्रतिदावे तरह तरह के रहे हैं। कभी किसी अज्ञात उड़न तश्तरी देखने का दावा तो कभी धरती पर किसी हलचल का दावा।
 
लेकिन, विभिन्न तरह के साक्ष्य और भी हैं जो संकेत देते हैं कि हो सकता है कि एलियन होते ही हों और वो आज भी धरती पर आते हों और फिर चले जाते हों।

क्या आपने कभी सोचा कि धरती पर ऐसे कई निशान और सुराग मिले हैं जो ना सिर्फ बहुत पुराने हैं बल्कि वो इतने सटीक हैं कि ये सोचना मुश्किल है कि उस काल में रह रहे लोगों ने उन्हें बनाया होगा। इस कड़ी में स्टोनहेंज के रहस्य से लेकर नैजका लाइन्स की सत्यता तक सब कुछ शामिल है।

जानबूझकर इंसानों से परहेज कर रहे हैं एलियंस


ब्रह्मांड में अगर कहीं एलियंस का आस्तित्व है तो वे अब तक इंसानों तक पहुंच गए होते लेकिन वे जानबूझकर हमसे परहेज कर रहे हैं।

वाशिंगटन: ब्रह्मांड में अगर कहीं एलियंस का आस्तित्व है तो वे अब तक इंसानों तक पहुंच गए होते लेकिन वे जानबूझकर हमसे परहेज कर रहे हैं।

अनुसंधानकर्ताओं ने एक समाज के अपने संसाधनों का उपयोग कर दूसरी दुनिया में जाने के लिए लगने वाले समय की गणना की है। उन्होंने पाया कि आकाशगंगा के सबसे पुराने तारों के परग्रही जीवों की सभ्यता के पास धरती तक पहुंचने के लिए पर्याप्त से ज्यादा समय था।

डिस्कवरी न्यूज ने अध्ययन दल के अगुवा और गणितज्ञ थॉमस हेयर के हवाले से बताया, ‘...या तो हम अकेले हैं या फिर उन्होंने हमें अकेला छोड़ रखा है।’ प्रकाश एक सेकंड में 1,86,000 मील की दूरी तय करता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर हमारी आकाशगंगा के सबसे पुराने तारे की सभ्यता से शुरुआत की जाए तो भी उनके पास हम तक पहुंचने के लिए काफी समय था।

हेयर ने कहा, ‘... तो आखिर वे हैं कहां? या तो वे हमारे पास से गुजर चुके होंगे या फिर वे अपने ग्रह और सौर व्यवस्था में सिमटे हैं।’


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