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रविवार, 18 सितंबर 2016

हस्ताक्षर से जानिए स्वभाव और भविष्य


हस्ताक्षर से जानिए स्वभाव और भविष्य


किसी व्यक्ति का हस्ताक्षर उसके हाथ से लिखा हुआ और कभी-कभी विशिष्ट शैली में उसका अपना नाम, उपनाम आदि को कहते हैं। यह किसी दस्तावेज या घोषणा आदि पर किया जाता है जो यह दर्शाता है कि यह 'सही व्यक्ति' द्वारा ही प्रसारित है या अमुक व्यक्ति ने यह घोषणा की है।  किसी रचना पर  व्यक्ति का हस्ताक्षर है तो उससे पता चल जाता है कि उसका सृजन किसने किया है।
कोई भी व्यक्ति अपना हस्ताक्षर विश्व के किसी ज्ञात भाषा की लिपि में कर सकता है। हस्ताक्षर उस व्यक्ति की अलग पहचान होती है। जिस प्रकार संसार में किन्हीं दो व्यक्तियों के हाथ की रेखाएँ एक-सी नहीं होतीं, उसी प्रकार किन्हीं दो व्यक्तियों के हस्ताक्षर भी एक-से नहीं हो सकते। कोई अक्षरों पर सीधी लाइन खींचता है तो कोई बिना लाइन के ही अक्षर लिखता  जाता है। किसी के अक्षरों पर टूटती हुई लाईन बढ़ती  जाती है तो किसी के अक्षरों पर लहरियेदार पंक्ति बनती  जाती है।व्यक्ति के हस्ताक्षर उसके अन्तर्बाह्वा का सजीव प्रतिबिम्ब है, कागज़ पर अंकित उसका व्यक्तित्व है, जो चिरस्थाई है, अमिट है और अपने आप में उसके जीवन का सम्पूर्ण इतिवृत्त समेटे हुए है।
बॉडी लैंग्वेज से हमारे व्यक्तित्व के बारे में पता लग जाता है। हमारे मन एवं मस्तिष्क में सोच, विचार, स्वभाव, व्यक्तित्व, अंत:करण,, दुख, सुख, संयम, परिश्रम की मिली-जुली स्थितियां निर्मित होती हैं, जिनकी अभिव्यक्ति हमारे बाह्य शारीरिक अंगों से प्रदर्शित क्रिया से पता चलती है। हस्ताक्षर भी मस्तिष्क के आदेश से ही अंगुलियों द्वारा संपादित होता है। इस वजह से इसके माध्यम से व्यक्ति मनोवृत्ति का पता लगाया जा सकता है। यह तो आप जानते ही हैं कि हर व्यक्ति के दो रूप होते हैं – एक रूप जो उसके असली व्यक्तित्व को दर्शाता है तथा दूसरा रूप जो वह समाज में सबको दिखाने के लिए अपनाए रखता है। समाज में मर्यादा के कारण कई बार हमें अलग तरह से व्यवहार करना पडता है जिसे आप कमजोरी भी कह सकते हैं अत: इसके फलस्वरूप व्यवहार में भिन्नता होना स्वाभाविक है।
हस्ताक्षर व्यक्ति के व्यक्तित्व का संपूर्ण आइना होता है अत: व्यक्ति के हस्ताक्षर में उसके व्यक्तित्व की सभी बातें पूर्ण रूप से दिखाई देती है। इस प्रकार हस्ताक्षर एक दर्पण है जिसमें व्यक्तित्व की परछाई स्पष्ट यप से झलकती है
पाराशर महर्षि ने  ग्रंथ 'धीप्र' में अक्षरों के स्वरूप से उनकी भाषा को स्पष्ट किया हैं। इसे सरल शब्दों में कह सकते हैं कि आपके अक्षर आपके अपने बारे में क्या कहते हैं, यह उन्होंने विस्तार से समझाया है। ज्योतिष शास्त्र में हस्ताक्षर के संबंध में कुछ ध्यान रखने योग्य बातें बताई गईं हैं। इन बातों को अपनाने से कुछ  परेशानियों को कम किया जा सकता है।
आइए जाने व्यक्ति के हस्ताक्षर से उसके स्वभाव के बारे में
1 जो व्यक्ति अपने हस्ताक्षर का पहला शब्द काफी बडा रखता है, वह व्यक्ति उतना ही विलक्षण प्रतिभा का  घनी, समाज में काफी लोकप्रिय व उच्चा पद प्राप्त करने वाला होता है। जीवन के उत्तरार्द्ध में आपको काफी पैसा व पूर्ण सम्मान प्राप्त होता है।
2 जो व्यक्ति बिना पेन उठाए एक ही बार में पूरा शब्द लिखने वाले रहस्यवादी, गुप्त प्रवृत्ति एवं वाद-विवादकर्ता होते हैं।
3 जो व्यक्ति ऊपर से नीचे की ओर हस्ताक्षर करने वाले नकारात्मक विचारों वाले एवं अव्यावहारिक होते हैं। इनकी मित्रता कम लोगों से रहती है।
4 जो व्यक्ति हस्ताक्षर में पहला शब्द बडा व बाकी के शब्द सुन्दर व छोटे आकार में होते हैं, ऎसा व्यक्ति घीरे-घीरे उच्चा पद प्राप्त करते हुए सर्वोच्चा स्थान पाता है। ऎसा व्यक्ति जीवन में पैसा बहुत कमाता है।
.5 जो व्यक्ति अंत में डॉट या डेश लगाने वाले व्यक्ति डरपोक, शंकालु प्रवृत्ति के होते हैं किन्तु कुछ रंगीत तबियत का व संकोची स्वभाव होते हैं।
6 जो व्यक्ति अपने हस्ताक्षर इस प्रकार से लिखता है जो काफी अस्पष्ट होते हैं तथा जल्दी-जल्दी लिखे गये होते हैं, वह व्यक्ति जीवन को सामान्य रूप से नहीं जी पाता है। हर समय ऊँचाई पर पहुँचने की ललक लिए रहता है। इस प्रकार का व्यक्ति राजनीति, अपराघी, कूटनीतिज्ञ या बहुत बडा व्यापारी बनता है। जीवन आपाघापी में व्यतीत करने के कारण समाज से कटने लगता है तथा लोगों की अपेक्षा का शिकार भी बनता है। यह व्यक्तिगत रूप से पूर्ण संपन्न तथा इनका वैवाहिक जीवन कम सामान्य रहता है। घोखा दे सकता है परंतु घोखा खा नहीं सकता है।
7 जो व्यक्ति जल्दी से हस्ताक्षर  करने वाले कार्य को गति से हल करने व तीव्र तात्कालिक बुद्धि वाले होते हैं।
8 जो व्यक्ति स्पष्ट हस्ताक्षर  करने वाले खुले मन के, विचारवान तथा पारदर्शी प्रवृत्ति कार्य करने वाले वैवाहिक जीवन सुखी व संतानों से भी सुख प्राप्त होता है वह अपने कुल का काफी नाम ऊँचा करता है।
9 जो व्यक्ति अपने हस्ताक्षर में नाम का पहला अक्षर सांकेतिक रूप में तथा उपनाम पूरा लिखता है तथा हस्ताक्षर के नीचे बिन्दु लगाता है, ऎसा व्यक्ति भाग्य का घनी होता है। मृदुभाषी, व्यवहार कुशल, समाज में पूर्ण सम्मान प्राप्त करता है। ईश्वरवादी होने के कारण इन्हें किसी भी प्रकार की लालसा नहीं सताती, इसके फलस्वरूप जो भी चाहता है स्वत: ही प्राप्त हो जाता है।
10 जो व्यक्ति पेन पर जोर देकर लिखने वाले भावुक, उत्तेजक, हठी और स्पष्टवादी होते हैं।
11 जो व्यक्ति अपने हस्ताक्षर स्पष्ट लिखते हैं तथा हस्ताक्षर के अंतिम शब्द की लाइन या मात्रा को इस प्रकार खींच देते हैं जो ऊपर की तरफ जाती हुई दिखाई देती हे, ऎसे व्यक्ति शिक्षक, लेखक, विद्वान, बहुत ही तेज दिमाग के शातिर अपराघी होते हैं। ऎसे व्यक्ति दिल के बहुत साफ होते हैं हरेक के साथ सहयोग करने के लिए तैयार रहते हैं। मिलनसार, मृदुभाषी, परोपकारी होते हैं। यह व्यक्ति कभी किसी का बुरा नहीं सोचते हैं, सामने वाला व्यक्ति कैसा भी क्यों न हो हमेशा उसे सम्मान देते हैं। सर्वगुण संपन्न होने के बावजूद भी आपको समाज में सम्मान घीरे-घीरे प्राप्त होता है। जीवन में इच्छाएं सीमित होने के कारण इन्हें जो भी घन व प्रतिष्ठा प्राप्त होती है।
12 जो व्यक्ति अवरोधक चिह्न लगाने वाले व्यक्ति कुंठाग्रस्त, की देते हैं एवं आलसी प्रवृत्ति के होते हैं।
13 जो व्यक्ति अपने हस्ताक्षर के अंतिम शब्द के नीचे बिंदु (.) रखता है। ऎसा व्यक्ति विलक्षण प्रतिभा का घनी होता है। ऎसा व्यक्ति जिस क्षेत्र में जाता है काफी प्रसिद्धि प्राप्त करता है और ऎसे व्यक्ति से बडे-बडे लोग सहयोग लेने को उत्सुक रहते हैं समाज में काफी लोकप्रिय होता है।
.14 जो व्यक्ति  हस्ताक्षर में अक्षर नीचे से ऊपर की ओर जाते हैं तो वह ईश्वर पर आस्था रखने एवं आशावादी  और साफ दिल के रहते हैं, लेकिन इनका स्वभाव तार्किक रहता है
15 जो व्यक्ति हस्ताक्षर काफी छोटा व शब्दों को तोड-मरोडकर उनके साथ खिलवाड करता है जिसके फलस्वरूप हस्ताक्षर बिल्कुल पढने में नहीं आता है वह व्यक्ति बहुत ही घूर्त व चालाक होता है। अपने फायदे के लिए किसी का भी नुकसान करने व नुकसान पहुँचाने से नहीं चूकता। पैसा घन भी गलत रास्ते से कमाता है तथा ऎसा व्यक्ति राजनीति एवं अपराघ के क्षेत्र में काफी नाम कमाता है।
16 जो व्यक्ति अपने हस्ताक्षर के शब्दों को काफी घुमाकर सजाकर प्रदर्शित करके करता है वह व्यक्ति किसी न कसी हुनर का मालिक अवश्य होता है, यानि कलाकार, गायक,  व्यग्यकार व अपराघी होता है। ऎसे व्यक्तियों का समय जीवन के उत्तरार्द्ध में अच्छा होता है।
17 जो व्यक्ति अपने हस्ताक्षर के नीचे दो लाइनें खींचता है वह व्यक्ति भावुक होता है। पूरी शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाता, मानसिक रूप से थोडा कमजोर होता है। जीवन में असुरक्षा की भावना रहती है, जिसके कारण आत्महत्या करने का विचार मन में रहता है। धन बढ़ाने के लिए ऊपर बताई गई बातों को अपनाएंगे तो लाभ अवश्य होगा। कुछ ही समय में आप सकारात्मक परिणाम अवश्य प्राप्त करेंगे
अंत में यही कहूंगा कि हस्ताक्षर आपके व्यक्तित्व को प्रदर्शित करते हैं।  हस्ताक्षर या लिखावट से हमारा सीघा संबंघ मानसिक विचारों से होता है, यानि हम जो सोचते हैं करते हैं। जो व्यवहार मे लाते हैं वह सब अवचेतन रूप में कागज पर अपनी लिखावट व हस्ताक्षर के द्वारा प्रदर्शित कर देते हैं। हस्ताक्षर के अघ्ययन से व्यक्ति अपने भविष्य व व्यक्तित्व के बारे में जानकारी कर सकते हैं और हस्ताक्षर में दिखाई देने वाली कमियों को दूर करते हुए अच्छे हस्ताक्षर के साथ-साथ अपना भविष्य व व्यक्तित्व भी बदल सकते हैं।इसी वजह से इस संबंध में पूरी सावधानी रखनी चाहिए,आपके हस्ताक्षर भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं

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